सहायक मनोचिकित्सा (Supportive Psychotherapy) एक ऐसी चिकित्सा पद्धति है जो व्यक्ति को एक सहानुभूतिपूर्ण और सुरक्षित वातावरण में अपने भावनात्मक संघर्षों को समझने और उनसे निपटने में मदद करती है। यह थेरेपी उन लोगों के लिए उपयोगी होती है जो चिंता, अवसाद, तनाव या जीवन के कठिन बदलावों से जूझ रहे होते हैं।
इस प्रकार की थेरेपी का उद्देश्य व्यक्ति को भावनात्मक समर्थन देना, उसकी आत्म-संवेदना और आत्मविश्वास को बढ़ावा देना और उसे अपने आंतरिक संसाधनों को पहचानने में सहायता करना होता है। इसमें थेरेपिस्ट व्यक्ति को सुनता है, उसकी बातों को समझता है, प्रोत्साहन देता है और उसकी भावनाओं की पुष्टि करता है।
सहायक मनोचिकित्सा में किसी व्यक्ति की कमजोरी को नहीं, बल्कि उसकी ताकत और क्षमताओं को सामने लाने की कोशिश की जाती है। थेरेपिस्ट विभिन्न तकनीकों का उपयोग करता है जैसे कि सक्रिय सुनना, परावर्तन और निर्णय लेने में मार्गदर्शन।
यह थेरेपी विशेष रूप से उनके लिए सहायक होती है जो गहरी मनोवैज्ञानिक खोज के लिए अभी तैयार नहीं हैं या जिन्हें एक संवेदनशील और कोमल दृष्टिकोण की आवश्यकता होती है। साथ ही, इसे अन्य उपचारों जैसे औषधि या संज्ञानात्मक-व्यवहारिक चिकित्सा के साथ भी जोड़ा जा सकता है।
कुल मिलाकर, यह थेरेपी व्यक्ति को मानसिक रूप से अधिक स्थिर, लचीला और आशावादी बनाने में मदद करती है ताकि वह जीवन की चुनौतियों से बेहतर तरीके से निपट सके।