प्रोलॉन्ग्ड एक्सपोज़र थेरेपी (Prolonged Exposure Therapy - PE) एक प्रभावशाली मनोचिकित्सकीय तकनीक है, जिसे विशेष रूप से पोस्ट-ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर (PTSD) से पीड़ित व्यक्तियों की मदद के लिए विकसित किया गया है। यह थेरेपी उन लोगों के लिए उपयोगी होती है जिन्होंने यौन हिंसा, युद्ध, दुर्घटनाएं या अन्य गहरे सदमे झेले हैं।
PTSD से पीड़ित व्यक्ति अक्सर उन स्थितियों, स्थानों या विचारों से बचने लगते हैं जो उन्हें उनके आघात की याद दिलाते हैं। यह बचाव प्रतिक्रिया शुरुआत में राहत देती है, लेकिन दीर्घकालिक रूप से उपचार में बाधा बन जाती है। PE थेरेपी का उद्देश्य व्यक्ति को इन स्मृतियों का सामना करवाना और उन्हें सुरक्षित वातावरण में संसाधित करना है।
यह प्रक्रिया आमतौर पर 8 से 15 साप्ताहिक सत्रों में होती है, और एक प्रशिक्षित मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ द्वारा संचालित की जाती है। शुरुआत में थेरेपिस्ट और क्लाइंट मिलकर उन स्मृतियों या स्थितियों की सूची तैयार करते हैं जिनसे व्यक्ति बचता रहा है।
आगे के सत्रों में व्यक्ति को उन्हीं स्मृतियों या घटनाओं का पुनः अनुभव कराया जाता है, जिससे वह अपनी भावनाओं का सामना कर सके। साथ ही गाइडेड इमेजरी, श्वास तकनीक जैसे उपायों की मदद से व्यक्ति को चिंता और बेचैनी से निपटने में सहायता दी जाती है।
PE थेरेपी केवल एक्सपोज़र तक सीमित नहीं रहती, बल्कि इसमें नकारात्मक सोच को पहचानकर उसे चुनौती देना और अधिक यथार्थवादी सोच को अपनाना भी शामिल है। जैसे कि "यह मेरी गलती थी" जैसी मान्यताओं की जगह नई, सहायक धारणाएं विकसित की जाती हैं।
हालाँकि यह प्रक्रिया कठिन हो सकती है, लेकिन इसके परिणाम बेहद लाभकारी होते हैं। कई लोग उपचार के बाद कम फ्लैशबैक, बेहतर नींद, और मानसिक संतुलन की वृद्धि की रिपोर्ट करते हैं। यह थेरेपी आघात के प्रभाव को कम करने और जीवन की गुणवत्ता सुधारने में सहायक होती है।