प्रेरक साक्षात्कार (Motivational Interviewing - MI) एक संवाद आधारित मनोवैज्ञानिक तकनीक है जिसका उद्देश्य व्यक्ति की आंतरिक प्रेरणा को जागृत कर बदलाव के लिए उत्साहित करना होता है। इसे सबसे पहले नशा मुक्ति जैसे व्यवहारिक समस्याओं के समाधान के लिए विकसित किया गया था, लेकिन अब इसका उपयोग मानसिक स्वास्थ्य, पुरानी बीमारियों, जीवनशैली संबंधी बदलाव और संबंधों की समस्याओं में भी किया जा रहा है।
MI का मुख्य सिद्धांत यह है कि व्यक्ति स्वयं अपनी ज़िंदगी का विशेषज्ञ होता है। इसमें चिकित्सक का कार्य व्यक्ति के भीतर मौजूद बदलाव की इच्छा को पहचानना और उसे बढ़ावा देना होता है — न कि उसे बाहर से बदलाव थोपना।
थैरेपिस्ट सहानुभूति, खुले प्रश्न, प्रतिबिंबात्मक सुनने और प्रोत्साहन जैसे संवाद कौशलों का उपयोग करता है ताकि व्यक्ति अपनी दुविधा (ambivalence) को समझ सके और खुद ही समाधान तक पहुँच सके।
इस प्रक्रिया में व्यक्ति को स्वयं निर्णय लेने और अपनी गति से बदलाव लाने की स्वतंत्रता दी जाती है। इसका स्वरूप सहयोगात्मक और गैर-आक्रामक होता है, जो व्यक्ति की आत्मनिर्भरता और आत्म-प्रभावकारिता (self-efficacy) को बढ़ाता है।
MI का उपयोग अक्सर संक्षिप्त थैरेपी के रूप में किया जाता है, और कभी-कभी इसे अन्य तकनीकों जैसे CBT के साथ मिलाया जाता है। इसके सफल परिणामों में नशा छोड़ने, धूम्रपान बंद करने, आहार सुधारने और दवा पालन में सुधार जैसे अनेक बदलाव शामिल हैं। यह एक लचीला, सशक्त और परिवर्तन को प्रेरित करने वाला दृष्टिकोण है जो व्यक्तियों को उनके स्वयं के उत्तर खोजने में सहायता करता है।