प्रयुक्त व्यवहार विश्लेषण (Applied Behavior Analysis, ABA) एक वैज्ञानिक रूप से समर्थित मनोवैज्ञानिक पद्धति है जो व्यवहार को समझने, मापने और बदलने पर केंद्रित होती है। ABA का आधार व्यवहारवाद (behaviorism) की विचारधारा है, जिसमें व्यवहार को सीखने योग्य और पर्यावरणीय प्रेरणाओं (stimuli) व परिणामों (consequences) द्वारा नियंत्रित माना जाता है।
ABA की प्रक्रिया में सबसे पहला कदम कार्यात्मक व्यवहार आकलन (Functional Behavior Assessment, FBA) होता है। इसमें प्रत्यक्ष अवलोकन, साक्षात्कार और डेटा संग्रह के माध्यम से किसी समस्या-व्यवहार के कारणों, स्थितियों और परिणामों की पहचान की जाती है। इस जानकारी के आधार पर एक व्यक्तिगत उपचार योजना तैयार की जाती है।
ABA तकनीकों में सकारात्मक प्रबलन (positive reinforcement), चरणबद्ध रूपांतरण (shaping), संकेत प्रदान करना (prompting) और संकेतों का धीरे-धीरे हटाना (fading) शामिल हैं। सकारात्मक प्रबलन के तहत वांछित व्यवहार को पुरस्कार, प्रशंसा या अन्य लाभों से मजबूत किया जाता है।
ABA का प्रयोग अक्सर स्वायत्तता से जुड़ी चुनौतियों वाले व्यक्तियों, जैसे कि ऑटिज़्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर, में किया जाता है। इसके अतिरिक्त चिंता, अवसाद, ध्यान घाटा या अधिगम संबंधी कठिनाइयों वाले बच्चों एवं वयस्कों में भी ABA प्रभावी पाया गया है।
एक प्रमुख विशेषता यह है कि ABA में किए गए बदलावों को मापनीय और वस्तुनिष्ठ रूप से रिकॉर्ड किया जाता है। चिकित्सक नियमित अंतराल पर डेटा एकत्र करते हैं, उसकी समीक्षा करते हैं और आवश्यकता अनुसार उपचार योजना में परिवर्तनों को लागू करते हैं।
ABA व्यक्तिगत सत्रों के साथ-साथ समूह सेटिंग्स में भी लागू की जा सकती है। समूह में सामाजिक कौशल, संवाद और सहयोग को बढ़ावा देने वाले अभ्यास आयोजित किए जाते हैं। इस पद्धति का अंतिम उद्देश्य व्यवहार में सकारात्मक परिवर्तन लाना और व्यक्ति की जीवन गुणवत्ता को सुधारना है।