
जुआ संबंधी विकार (Gambling Disorder) एक व्यवहारिक लत है जिसमें व्यक्ति आर्थिक, सामाजिक और मानसिक स्वास्थ्य को खतरे में डालते हुए जुआ खेलने से खुद को रोक नहीं पाता। इस स्थिति में लोग लगातार उच्च हार की स्थितियों में भी जुए की ओर आकर्षित होते रहते हैं, जिससे गंभीर वित्तीय संकट उत्पन्न होता है।
जुआ लत व्यक्ति को अक्सर अपनी आर्थिक सीमाएँ भूलने पर मजबूर करती है और वे दूसरों से उधार लेने या आपातकालीन निधियों का उपयोग करने तक चले जाते हैं। इससे परिवारगत तनाव, वैवाहिक विवाद और सामाजिक कलंक की स्थिति बन सकती है। नौकरी छूटने या शिक्षा छोड़ने जैसे परिणाम भी हो सकते हैं।
जुआ संबंधी विकार अक्सर अवसाद, चिंता विकार और मादक पदार्थ उपयोग विकार के साथ सह-उपस्थिति (comorbidity) दिखाता है। जुआ खेलने की उत्तेजना क्षणिक राहत प्रदान कर सकती है, लेकिन लंबे समय में व्यक्ति की भावनात्मक स्थिति को और जटिल बनाती है।
पहचान के संकेतों में शामिल हैं: अंधाधुंध धनराशि का दांव पर लगाना, असामयिक जगेना, व्यक्तिगत और पारिवारिक दायित्वों की उपेक्षा, और जुए के बारे में झूठ बोलना। शारीरिक लक्षणों में अनिद्रा, चिड़चिड़ापन, भूख में बदलाव और मानसिक थकान शामिल हो सकते हैं।
चिकित्सा देखरेख में उपचार में संज्ञानात्मक व्यवहार थेरेपी (CBT) का उपयोग किया जाता है, जिसमें व्यक्ति अपने विचारों और व्यवहारों को पहचानकर उन्हें स्वस्थ विकल्पों से बदलना सीखता है। एक्सपोज़र थेरेपी और आवेग नियंत्रण तकनीकें भी सहायक होती हैं।
समूह थैरेपी और स्वयं सहायता समूह जैसे Gamblers Anonymous, व्यक्ति को समान संघर्षों वाले लोगों से मिलने का अवसर देते हैं और समर्थन नेटवर्क का निर्माण करते हैं। यह समूह रणनीतिक रूप से सदस्य को जवाबदेह बनाते हैं और आत्म-संयम बनाए रखने में मदद करते हैं।
मादक दवा का विकल्प उन मामलों में प्रयुक्त हो सकता है जहाँ अवसाद या चिंता विकार प्रमुख रूप से उपस्थित हों। SSRI और अन्य मनोचिकित्सा दवाएं नशे की तंगी और आवेग को नियंत्रित करने में मदद कर सकती हैं, लेकिन इन्हें विशेषज्ञ की निगरानी में ही लेना चाहिए।
निवारक कदमों में स्वयं-अनुरोधी प्रतिबंध (self-exclusion), जुआ साइटों और ऐप्स पर प्रतिबंध, बजट योजना और समय प्रबंधन तकनीकें शामिल हैं। शिक्षा एवं जागरूकता अभियानों से जनता में जुआ की लत और उसके प्रभाव के बारे में जागरूकता बढ़ती है।
दीर्घकालिक सुधार के लिए निरंतर देखभाल और सहयोग आवश्यक है। परिवार, मित्र और पेशेवर परामर्शदाता मिलकर व्यक्ति को पुनर्वास प्रक्रिया में मार्गदर्शन और प्रेरणा प्रदान करते हैं, जिससे व्यक्ति एक संतुलित और स्वस्थ जीवन जी सकता है।